Sunday, May 9, 2010

ऐसे दहाड़ों कि पूरा इंडीज हिल जाए


एक करोड़ जज्बात जब मैदान पर अपने भगवानों को एक साथ खेलता देखती है, जो उनमें उम्मीदें और श्रद्धा का एक संगम तैयार हो जाता है। यह संगम परवान भी चढ़ता है, जोश का वह सैलाब रहता है कि इसके लिए लोग जीने-मरने तक की ख्वाहिश पाल बैठते हैं। सपनों में वह कप होता है और सामने विपक्षी टीम को हराने के लिए प्रार्थनाएं... गजब का जुनून और जज्बा है हमारे दर्शकों में। आज एक बार फिर यह उमड़ने वाला है, करोड़ों आंखें बारबोडस की पिच पर गड़ी हैं, साथ ही उनमें ढेर सारी उम्मीदें है, उम्मीदें हैं उन रणबाकुंरों से जो देश में दोबारा कप लाने का सपना दिखा कर गए हैं। आशा है उस धोनी से, जिसने 07 का सिकंदर बनकर देश के सिर पर विश्वजीत का सेहरा बंधवाया था। उम्मीद है उस युवराज से...जब वह इंजर्ड हो जाता है तो उसके घर वाले इतनी मुहब्बत और दुआएं नहीं देते होंगे, जितना यह देश उसके लिए मांगता है। उम्मीदें है उस रैना से, जिसके शौर्य पर सबको भरोसा है, उम्मीदें हैं गौतम से जो 20-20 के सबसे बेहतर और रनवीर माने जाते हैं। उम्मीद है रोहित से, उमीदें हैं हरभजन से...एक-एक मिलाकर 11 से...पूरा देश आज तुम्हारे लिए दुआ मांग रहा है, सबकी आंखों में चिंता है, क्योंकि हमारी स्थिति ठीक नहीं है, लेकिन तुम 11 से बहुत उम्मीद है...आज का मैच जीने मरने से अधिक होना चाहिए, क्योंकि आज हारे तो सब हारे, टीम को जहां बाहर का रास्ता दिख जाएगा, वहीं करोड़ों हिंदुस्तानियों के दिल भी बिखर जाएंगे। आज सिर्फ तीन घंटे हैं तुम्हारे पास...देश की लाज तुम्हारे हाथों में है...इसे तुम लाचार भी बना सकते हो और गुलजार भी...। इसके बाद तुम कैसे हो, कितनी मेहनत करते हो, तुम्हारे क्या सपने हैं, तुम्हारी जिंदगी में कोई नहीं आएगा, बस आज के दिन इन तीन घंटे पूरी मेहनत से खेल जाओ। ऐसा खेल दिखाओ कि बस कोई भी तुम्हारे शौर्य के आगे संभल न पाए। आज तुम्हें हर वो अस्त्र चलाना है, हर वो टेक्नीक दिखानी है जो तुमने सीखी है... ुअपनी शक्ति को एकत्रित कर ऐसा खेल खेल जाओ, कि बस अब हार न मिले। क्योंकि इस हार से न सिर्फ हंगामा होगा, बल्कि बहुत कुछ...या कहें हमेशा कि तरह इस बार भी दिल टूट जाएंगे। जिन्होंने तुम्हें पलकों पर बिठा रखा है, तुम्हें शेरों का तमगा दे रखा है, आज उनके आंसुओं का सवाल है, आज टीम को वो अद्भुत और अलौकिक खेल दिखाना होगा, जो आज से पहले कभी नहीं देखा गया। हर किसी को अपनी जिम्मेदारी संभालनी होगी, सभी को दिखाना होगा कि हम हिंदुस्तानी हैं, और जब हम अपनी वाली पर आते हैं तो समुंदर भी अपनी राहें बदल देता है, पर्वत भी फट कर हमारे लिए रास्ता दे देता है। हम शौर्य और साहस के खिलाड़ी हैं, हम रणभूमि में लड़ने वाले रणबाकुंरे हैं, हमारे देश में सिर्फ गंदी बस्तियां ही नहीं हैं, बल्कि वहां से एक कप्तान आता है और पूरी दुनिया को दिखाता है कि देखो हम में है दम... भले ही हमारे पास सहूलियते नहीं हैं, लेकिन जोश में कोई कमी नहीं है। आज सूरमाओ, शेरों की तरह दहाड़ों , और दहाड़ ऐसी हो कि सिर्फ इंडीज में ही न गूंजे, बल्कि क्रिकेट खेलने वाले हर देश में गूंजे, ताकि आगे से कोई भी हमारी ललकार के आगे टिक न पाए, हमसे खेलने से पहले कई बार सोचे, साहस जुटाए। आज खेल जाओ, बचा लो टीम इंडिया की लाज, बरकरार रखो हमारा टी-20 का टशन, ताकि आने वाला युग हमें इस फॉर्मेट का बादशाह कहकर पुकारे।

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