Wednesday, April 14, 2010
बड़े लफडे हैं इस खेल में
आईपीएल हमेशा से किसी न किसी कारण से चर्चा का विषय रहा है, फिर चाहे महंगे खिलाड़ियों की खरीदी से या फिर कभी-कभी मैच पहले से डिसाइड होने के। क्रिकेट का यह नया लीग बूढ़ों की बादशाहत से लोगों को आकर्षित करता रहा है तो वह कई बार नए टैलेंट को उभार कर देश के पटल सहित विश्व क्रिकेट पटल पर सामने आया। वहीं सेलिब्रिटीज का जुड़ना और ग्लैमर का तड़का भी सभी को अपनी ओर खींचता रहा है। चीयर्स लीडर पर भी काफी हो हो-हल्ला मचा, हर बार कुछ न कुछ इस खेल में घटित हुआ है। यहां हरभजन और श्रीसंत का विवाद तो विदेशों और देशी खिलाड़ियों में खेल भावना सभी को इस खेल से दिल्लगी लगाने पर मजबूर करती आई है। पहले संस्करण में देश की धरती पर धूम मचाने वाला यह खेल दूसरे संस्करण में विदेशी धरती पर पहुंच गया, लेकिन तीसरी बार तो इसने फिर अपनी जमीं पर धूम मचा दी। अभी तक सब ठीक हुआ, दो टीमें बढ़ी, तो इन दो राज्यों कोची और पुणे के लोगों में खुशी का खुमार सिर चढ़कर बोल रहा था, लेकिन अभी जो खबरें सामने आ रही हैं, उसने एक बार फिर आईपीएल को इंडियन पंगा लीग की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया है। इसमें मोदी और शशि थरुर सामने आ रहे हैं, इन दोनों की भूमिका पैसों को लेकर काफी संदिग्ध नजर आ रही है। रोन्देवो के अलावा एक महिला के इसमें पार्टिशिपेसन की बात हो रही है, जो शशि की मित्र के रूप में नजर आ रही है। अब मोदी और शशि में अचानक मतभेद क्यों पैदा हुए हैं, इसके बारे में कोई खबर नहीं है, लेकिन कहीं न कही यह पूरा मामला पैसे के विवाद को लेकर है। यहां सिफारिशों के चलते मोदी की लीग को घाटा उठाना पड़ रहा है आर्थात् करोड़ों रुपए एक ऐसी महिला को जाएगा, जो इसमें एक पैसा भी इन्वॉल्व नहीं कर रही है। हालांकि बीसीसीआई के साथ ही आईसीसी भी इस विवाद में कूद पड़ा है। साथ ही राजस्थान भी इसमें आ गया है, ऐसी स्थिति मेें शशि का कुछ हो न हो, लेकिन मोदी पर गाज गिरती जरूर नजर आ रही है। मोदी ने ट्विटर पर शशि के ट्विटर का जवाब देखकर राजनीति से लेकर क्रिकेट के गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। पूरे दिन मोदी बनाम शशि का मामला परवान चढ़ता नजर आया, हालांकि पूरे विवाद का निपटारा तभी खत्म होगा जब पूरी स्थिति स्पष्ट होगी, लेकिन यहां पर अगर कोई पहाड़ के नीचे दबकर मरेगा तो वह है मोदी। मोदी खतरे में नजर आ रहे हैं, आईपीएल जैसे-जैैसे अपनी आखिरी अवस्था में पहुंच रहा है, उसी तरह विवाद भी गर्मा रहे हैं। तीसरा संस्करण कोई भी जीते, लेकिन यहां इसके मास्टर मोदी हारते नजर आएंगे। उनकी वेदना वे ही जाने, लेकिन गौर करें तो क्रिकेट के इस नए सम्राज्य में पंगा पूरी तरह से व्याप्त हो गया है। दर्शकों से जबरदस्त पैसा वसूला जा रहा है। करोड़ों कमाए जा रहे हैं, लेकिन खेल के साथ विवाद अगर पनपते हैें तो इसका खामियाजा कहीं न कहीं क्रिकेट के इस नायाब खेल को भुगतना पड़ सकता है। इस पैसा उगाऊ क्रिकेट अगर यही हालात बने रहे तो आगे आने वाले दिनों में पैसा नहीं बरसेगा, क्योंकि यह क्रिकेट फिर दर्शकों को तरसेगा।
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